ब्लू व्हले(Blue Whale) गेम क्या है और उससे बच्चो को कैसे बचाये


ब्लू व्हले(Blue Whale) एक ऐसा गेम है जिसने अभीतक काफी लोगो की जान ले चूका है। इसीलिए सायद इस game को suicide game भी कहा जाता है। एक 22 साल के Russian लड़के ने इस game को बनाया है। इसी Game को खेलने के दौरान बहुत से लोगो ने आत्महत्या कर लिया हैं जिसमे teenagers और adults शामिल है। इस  game के कारण सबसे ज़्यादा जान भारत में जा चुकी है। ये game खेलने से बहुत लोग आत्महत्या इस लिए करते हैं क्युकी इस game का अंतिम task suicide है। हर इंसान को जानना चाहिए की कैसे आप अपने आप को तथा अपने परिजनों को इस game के सिकंजे से बचा सकते हो। तो चलिए जानते है इस लेख से की ब्लू व्हले(Blue Whale) गेम क्या है और उससे बच्चो को कैसे बचाये।


ब्लू व्हले(Blue Whale) कैसा गेम है :

ब्लू व्हले(Blue व्हले) एक task completing गेम है। इस game में कई सारे task (कार्य) करने पढ़ते है। पहले पहले छोटे छोटे टास्क करने पढते हैं जैसे की खाना खाना, भूतो के फिल्म(film) देखना अकेले, सुबह के 4.30 बजे उठना और भी ऐसे बहुत Task (कार्य) करने पढ़ते है। जैसे जैसे आपका level up होता है आपका task (कार्य) भी कठिन और दर्दनाक होता जाता है, जैसे की हाथ पे व्हले(whale) का छबि काट के बनाना, और सबसे अंतिम task(कार्य) हैं आत्महत्या करना। ये गेम 50 दिन का है और 50 दिन पे आपका task (कार्य) रहेगा आत्महत्या करना।  

ब्लू व्हले(Blue Whale) खतरनाक क्यों हैं :

ब्लू व्हले (Blue Whale) एक ऐसा गेम है जो इंसान को डिप्रेशन (depression) में ला देता है। अगर किसी इंसान को इस game का नशा लग जाता हैं तो ये कहना जायज़ है की वो इंसान धीरे धीरे डिप्रेशन(depression) में जा रहा है। इस game के कार्य (task) धीरे धीरे दर्दनाक होते जाते है। कुछ कार्य(task) ऐसे रहते है जिसमे  आपको हाथ का नस काटने के लिए बोला जाता है, पैरो पे “YES” काटकर लिखना, एक दिन किसी से बात मत करना इत्यादि। इन सभी कार्य(task) से पता चलता है की कैसे ये गेम एक इंसान को डिप्रेशन(depression) में ला देता है। ये डिप्रेशन (depression) से मुक्त ना होकर एक इंसान आत्महत्या कर लेता है, जो इस game का अंतिम कार्य(task) है।

ब्लू व्हले(Blue Whale) game से बच्चो को कैसे बचाये :

ये एक ऐसा गेम है जो सबसे ज़्यादा बच्चो पर असर करता है। ये गेम बच्चो को एक झूट के दुनिया दिखता है और उसके साथ साथ बच्चे इतने मासूम होते है की उनेह पता नहीं होता है की सही और गलत में फर्क क्या है। उनहे ये झूट की दुनिया सही लगती है। और वे इस गेम का शिकार हो जाते है। अगर आपका बच्चा ऐसे खतरनाक game खेलता है तो आपको अपने बच्चो में ये सब दिखेगा

1 . बिन मतलब झगड़ा करना, घर में बंद रहना, चिड़चिड़ा हो जाना।

2 . School का काम(Home Work) नहीं करना, अपने अध्यापक(teacher) के साथ बत्तमीज़ी करना

3 . खाना ठीक से नहीं खाना, रात को नहीं सोना, ज़्यादा वक़्त अपने फ़ोन(phone) के साथ बिताना

अगर आपका बच्चा ये game खेलता तो आपको पता रहना चाहिए कैसे आप उसको इस game से बचाये।  तो चलिए जान लेते हैं की कैसे आप अपने बच्चो को इस game को खेलने से बचाये।

1 . आपको अपने बच्चो के साथ कुछ वक़्त बिताना चाहिए जिससे आप जान सके आपके बच्चे को क्या मुश्किलें सत्ता रही है। आपको उनके साथ प्यार से बर्ताव करते हुए उनकी मुस्किलो का पता लगाना है की क्या परेशानी उन्हें सता रही है। 

2 . आपको ये अहसास दिलाना पड़ेगा अपने बच्चो को की वो काम नहीं करना चाहिए जिसमे कोई खतरा हो, या कोई ऐसी मुश्किलें जो आगे जाकर खतरनाक रूप ले सके।

3 . और सबसे महत्वपूर्ण यह है की आप नज़र रखिये की आपका बच्चा कितना वक़्त अपने फ़ोन के साथ बिता रहा हैं।


इस गेम को बनाने वाले ने एक इंटरविव(interview) में कहा था की वो उन लोगो को दुनिय से हटाना चाहता हैं जो biologically depressed रहते है। तो हमें ये पता रहना चाहिए की हमारा जीवन कीमती है और ऐसे games से बचकर रहना चाहिए। ऐसे जानकारिया पाते रहने के लिए follow करे हमारे ब्लॉग को।

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